रणजि ट्रॉफी – भारत की सबसे बड़ी घरेलू क्रिकेट लीग
अगर आप क्रिकेट के शौकीन हैं तो रणजी ट्रॉफी आपका पहला नाम होगा. यह टूर्नामेंट भारतीय क्रिकेट का आधार है, जहाँ राज्य‑स्तर के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाते हैं और राष्ट्रीय टीम में जगह बनाते हैं.
रणजि ट्रॉफी का इतिहास
1908 में किंग जॉर्ज V की याद में शुरू हुई यह प्रतियोगिता आज तक चलती आ रही है. शुरुआती दिनों में सिर्फ पाँच टीमें थीं, लेकिन अब 38 राज्य और सेवा इकाइयों के बीच मुकाबला होता है. हर साल दो ग्रुप बनते हैं – ए और बी, जिनमें सत्र‑सत्र के आधार पर पॉइंट्स मिलते हैं.
पॉइंट सिस्टम आसान है: जीत पर 6 पॉइंट, ड्रॉ पर 3, पहली इन्गिंग में लेड होने पर बोनस 1 पॉइंट और तेज़ी से विकेट लेने वाले टीम को एक अतिरिक्त पॉइंट मिलता है. इस कारण मैच हमेशा रोमांचक रहता है.
वर्तमान सीजन की मुख्य बातें
2024‑25 का रनिंग इशू कई नई कहानी लेकर आया है. मुंबई, दिल्ली और केरल जैसे बड़े दिग्गजों ने युवा स्फूर्ति दिखायी, जबकि राजस्थान और उत्तराखंड में कई आश्चर्यजनक अपसेट देखे गए.
मुख्य खिलाड़ी: तेज़सिन बिंद्रा (कोलकाता) का 800 रन से अधिक स्कोर, रिवेश कुमार (गुजरात) की 45 विकेट और नवोदित स्पिनर अलीशा खान ने अपना डेब्यू शानदार बनाया. इनके प्रदर्शन राष्ट्रीय टीम के चयन को प्रभावित करेंगे.
मैच देखना आसान है – आधिकारिक वेबसाइट पर लाइव स्कोर्स, टेलीविजन चैनलों (स्टारस्पोर्ट्स) पर प्रसारण और मोबाइल ऐप से रियल‑टाइम अपडेट मिलते हैं. अगर आप स्टैडियम नहीं जा सकते तो यूट्यूब हाइलाइट्स भी उपलब्ध होते हैं.
सीजन की टेबल देखने के बाद आप आसानी से समझ सकते हैं कि कौन सी टीम फाइनल में जाएगी और प्ले‑ऑफ़ किनके पास है. हर मैच का परिणाम सीधे पॉइंट्स को बदलता है, इसलिए एक छोटा ओवर या विकेट भी बड़ा फर्क डाल सकता है.
रणजि ट्रॉफी सिर्फ क्रिकेट नहीं, यह भारत के विभिन्न क्षेत्रों की संस्कृति और उत्साह को जोड़ती है. स्टेडियम में स्थानीय खाने‑पीने का मज़ा, दर्शकों की आवाज़ और टीमों का पारस्परिक सम्मान इस प्रतियोगिता को खास बनाते हैं.
अगर आप नया खिलाड़ी बनना चाहते हैं तो अपने राज्य के डॉमेस्टिक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके रणजी ट्रॉफी तक पहुंच सकते हैं. कई खिलाड़ियों ने यही रास्ता अपनाया और अंत में राष्ट्रीय टीम में जगह पाई.
समाप्ति में, चाहे आप एक फैन हों या उभरते खिलाड़ी, रणजि ट्रॉफी को फॉलो करना आपके क्रिकेट ज्ञान को बढ़ाएगा और भारत के खेल भविष्य की दिशा दिखाएगा. अब बस अपना पसंदीदा मैच चुनें और रोमांच का हिस्सा बनें.
अंशुल कम्बोज ने रचा इतिहास, रणजी ट्रॉफी में लिए सभी 10 विकेट
हरियाणा के 23 वर्षीय तेज गेंदबाज अंशुल कम्बोज ने रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने लाहली के चौधरी बंसीलाल क्रिकेट स्टेडियम में केरल के खिलाफ इस अद्वितीय उपलब्धि को नवंबर 15, 2024 को हासिल किया। इससे पहले यह कारनामा केवल प्रेमांगसु चटर्जी (1956-57) और प्रदीप सुंदरम (1985-86) ने किया था। कम्बोज की यह उपलब्धि उनके करियर के तेजी से होते विकास की ओर इशारा करती है।