बारिश से जुड़े ताज़ा अपडेट और उपयोगी टिप्स
अगर आप मौसम का शौक़ीन हैं या बस रोज़मर्रा की खबरों पर नज़र रखते हैं, तो ‘बारिश’ टैग आपके लिए एक ख़जाना है। यहाँ आपको भारत‑विदेश की भारी बारिश, बाढ़ के असर और मौसम विभाग की भविष्यवाणी सब मिलती है। हम सिर्फ़ खबरें नहीं देते, बल्कि आप को बताते हैं कि इन परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहें।
हालिया बारिश घटनाएँ
पिछले महीने पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और ओडिशा में साइक्लोन रेमल ने जबरदस्त बरसात लायी। 85 % से अधिक लोगों की मौत और लगभग 637 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। कई गाँवों में जलज्माव के कारण राह बंद हो गई, स्कूल‑कॉलेज़ अस्थायी रूप से बंद हुए। इसी तरह जम्मू‑काश्मीर में तेज़ बरसात ने बाढ़ को बढ़ावा दिया, जहाँ लोगों ने ऊँची जगह पर शरण ली। इन घटनाओं की वजह से ट्रैफ़िक जाम और बिजली कटौती भी हुई।
बाजारों में चर्चा यह है कि मॉनसून के शुरू होने से पहले ही कई क्षेत्रों में असामान्य बारिश देखी गई। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी इलाके में बाढ़ की चेतावनी जारी हो चुकी है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले दो हफ्तों में लगातार 50‑70 mm/घंटा की धारा गिर सकती है, इसलिए स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए।
बारिश में सुरक्षा उपाय
बारिश के दौरान सबसे पहले अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। अगर आप घर से बाहर हों तो तेज़ पानी वाले क्षेत्रों से दूर रहें—भारी बारिश में अचानक जलस्तर बढ़ सकता है। मोबाइल पर मौसम ऐप खोलकर रीयल‑टाइम अलर्ट देखें, विशेषकर यदि आप ड्राइविंग या यात्रा योजना बना रहे हैं।
घर के अंदर रहने वालों को चाहिए कि दरवाज़े‑खिड़कियों को ठीक से बंद रखें और छत की लीक चेक कर लें। अगर बाढ़ का खतरा हो तो फर्श पर ऊँचा सामान रख दें, ताकि पानी तक नहीं पहुँच सके। बिजली कटौती होने पर मोबाइल चार्जर या पोर्टेबल बैटरी तैयार रखें—अचानक अंधेरा होना परेशान कर सकता है।
सड़क यात्रा करने वाले लोगों को चाहिए कि जलभराव वाले रास्तों से बचें और यदि फँसे हों तो तुरंत मदद के लिए स्थानीय पुलिस या आपातकालीन सेवा को कॉल करें। वाहन में पानी भरने से इंजन बंद हो सकता है, इसलिए गहरी लहरों वाली सड़कों पर तेज़ी न बढ़ाएँ।
बच्चे और बुजुर्ग अक्सर बारिश की वजह से फिसलन वाले फ़्लोर या गीले रास्तों पर गिर सकते हैं। घर में टाइल्स पर एंटी‑स्लिप मैट लगाएं और बाहर चलते समय जूतों के तल को चेक करें कि वह धारेदार है या नहीं। अगर आप खेती‑बाड़ी से जुड़े हैं तो फसल की सुरक्षा हेतु ढक्कन, कवर या प्लास्टिक शीट का उपयोग करें—इससे जल क्षति कम होगी।
अंत में यह याद रखें कि बारिश एक प्राकृतिक घटना है, लेकिन इसका प्रबंधन हम कर सकते हैं। सही जानकारी, तैयारी और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों को फॉलो करके आप सुरक्षित रहेंगे और नुकसान भी घटेगा। ‘बारिश’ टैग पर रोज़ नई खबरें मिलती रहेंगी—तो जुड़े रहें, अपडेट पढ़ते रहें और अपने अनुभव शेयर करें।
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