अप्रैल 2025 क्रैश – क्या हुआ और क्यों?
अप्रैल 2025 में भारत में कई बड़े‑बड़े झटके लगे। बजट के बाद शेयर बाजार ने अचानक गिरावट देखी, एक हवाई जहाज़ की दुर्घटना खबरें आईं और बांग्लादेश व बंगाल में साइक्लोन रेमल ने धक्का मार दिया। इस लेख में हम इन तीन मुख्य घटनाओं को सरल शब्दों में समझेंगे, ताकि आप जान सकें कि किस कारण से क्या हुआ.
शेयर बाजार पर बजट का असर
जुलाई‑2025 के बजट ने कर में बदलाव और सरकारी खर्च में कटौती की घोषणा की। निवेशकों को तुरंत डर लगा कि कंपनियों की कमाई घट सकती है, इसलिए उन्होंने शेयर बेचने शुरू कर दिए। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने एक हफ्ते में 2-3% तक गिरावट देखी। विशेष रूप से तेल, गैस और एफ़एमसीजी सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इस गिरावट का सीधा कारण था बजट के बाद अनिश्चितता, न कि किसी कंपनी की खराब प्रदर्शन.
अगर आप अभी भी शेयर में निवेश कर रहे हैं, तो सलाह है कि लंबी अवधि के प्लान पर ध्यान दें और एक ही दिन में बहुत अधिक ट्रेडिंग से बचें। छोटे‑छोटे नुकसान को जल्दी कवर करने की कोशिश अक्सर बड़ी हानि का कारण बनती है.
हवाई दुर्घटना और मौसम आपदा
अप्रैल के पहले महीने में पाकिस्तान के कुछ जेट फाइटर गिरने की रिपोर्ट आई। यह खबर भारत‑पाकिस्तान तनाव को बढ़ा रही थी, लेकिन वास्तविक घटनाओं का असर सीमित रहा क्योंकि कोई बड़ी हानि नहीं हुई। दूसरी ओर, 26 मई को बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में साइक्लोन रेमल ने भारी बारिश, तेज़ हवाएँ और बिजली कटौती कर दी। इस तूफ़ान से 85 से अधिक लोग मरे और लगभग $637 मिलियन का नुकसान हुआ। कई गाँवों में रास्ते बंद हो गए, जिससे राहत कार्य धीमा रहा.
ऐसी आपदाओं के बाद स्थानीय प्रशासन ने जल्दी ही एहतियाती कदम उठाए – निचले क्षेत्रों को खाली कराया, मेडिकल टीमें तैनात कीं और भोजन व पानी का वितरण शुरू किया। अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं तो पहले से इमरजेंसी किट तैयार रखें और सरकारी अलर्ट्स पर नजर रखें.
सभी घटनाओं को मिलाकर देखा जाए तो अप्रैल 2025 ने हमें दो बातें सिखाई: आर्थिक फैसलों के बाद बाजार में तुरंत प्रतिक्रिया हो सकती है, और प्राकृतिक आपदा कभी भी बड़ी क्षति कर सकती है। इसलिए योजना बनाते समय दोनों पहलुओं को ध्यान में रखें – निवेश में जोखिम प्रबंधन और रोज़मर्रा की जिंदगी में सुरक्षा उपाय.
आगे आने वाले महीनों में अगर बजट से जुड़े सुधार लागू होते हैं या मौसम विज्ञान बेहतर पूर्वानुमान देता है, तो हमें उम्मीद है कि बाजार स्थिर होगा और आपदा राहत कार्य तेज़ी से चलेगा। तब तक सतर्क रहना ही सबसे अच्छा कदम रहेगा.
अमेरिकी शेयर बाजार: अप्रैल 2025 क्रैश से अगस्त रिकवरी तक का बड़ा विश्लेषण
अप्रैल 2025 में टैरिफ विवाद से अमेरिकी बाजार दो दिनों में 6.6 ट्रिलियन डॉलर खो बैठे—VIX 45.31 तक उछला, तेल 2021 के स्तर पर फिसला। लेकिन अगस्त तक सूचकांक फिर रिकॉर्ड के करीब लौट आए। इंडस्ट्रियल्स, यूटिलिटीज और फाइनेंशियल्स ने बढ़त संभाली। फेड दर कटौती पर सतर्क है, PPI को ‘खतरनाक’ बताया गया। आगे राह टैरिफ, महंगाई और कॉरपोरेट मार्जिन पर निर्भर है।