टिम साउदी ने टेस्ट क्रिकेट में लगाए 98 छक्के, क्रिस गेल की बराबरी

टिम साउदी की ऐतिहासिक पारी

न्यूजीलैंड के प्रमुख गेंदबाज और हरफनमौला खिलाड़ी टिम साउदी ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने विदाई टेस्ट मैच में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया। उन्होंने अपनी पारी में तीन शानदार छक्कों के साथ कुल 98 छक्के पूरे किए और इसके साथ ही वह वेस्ट इंडीज के महान खिलाड़ी क्रिस गेल की बराबरी पर आ गए हैं। यह कारनामा उन्होंने हमिल्टन के सेड्डोन पार्क में खेले जा रहे अंतिम टेस्ट मैच में किया। साउदी ने कुल दस गेंदों में 23 रन बनाकर न्यूजीलैंड की पारी को 315/9 के स्कोर तक पहुंचाया।

छक्के लगाने के मामले में अग्रणी खिलाड़ी

साउदी अब सर्वकालिक छक्के लगाने के चार्ट पर चौथे स्थान पर हैं। वर्तमान में इस सूची में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स 110 मैचों में 133 छक्कों के साथ शीर्ष स्थान पर हैं। उनके बाद न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम हैं जिन्होंने 101 मैचों में 107 छक्के जमाए हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व उप-कप्तान एडम गिलक्रिस्ट ने 96 टेस्ट में 100 छक्के लगाए हैं। अब साउदी के पास अगली पारी में दो छक्के लगाकर इस सूची में तीसरा स्थान प्राप्त करने का अवसर है।

टिम साउदी का छक्के लगाने का अद्वितीय रिकॉर्ड

साउदी का टेस्ट क्रिकेट में छक्के लगाने का रिकॉर्ड विशेष है। वो हर 27.65 गेंद पर एक छक्का लगाते हैं, जो सभी खिलाड़ियों के बीच एक रिकॉर्ड है जिनके नाम पर कम से कम 50 छक्के दर्ज हैं। इस खासियत ने साउदी को एक अनोखे बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया है। इस मैच में तीसरा छक्का पूरा करते ही उन्होंने जाने-माने खिलाड़ी जैक्स कैलिस को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने क्रिकेट इतिहास में अपने नाम कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।

न्यूजीलैंड की टीम पर असर

न्यूजीलैंड की टीम पर असर

साउदी की इस उपलब्धि ने न केवल उनके व्यक्तिगत करियर में एक नया मुकाम हासिल किया है, बल्कि न्यूजीलैंड की टीम को भी ऊर्जा और प्रसन्नता का कारण दिया है। 315/9 का स्कोर पहले दिन के खेल का प्रतिबिंब है जो बताता है कि न्यूजीलैंड की टीम ने एक उचित संतुलन बनाए रखा है। टीम प्रबंधन और उनके साथी खिलाड़ियों ने साउदी की इस सफलता पर उन्हें बधाई दी, और अब यह देखना होगा कि दूसरे दिन न्यूजीलैंड टीम किस रणनीति के साथ मैदान पर उतरती है।

टिम साउदी की विदाई का खास मौका

हर खिलाड़ी का विदाई मैच उनके करियर का एक भावनात्मक हिस्सा होता है, और साउदी के लिए भी यह कोई अपवाद नहीं है। उनके वर्षों के योगदान को याद करते हुए उनके प्रशंसकों और क्रिकेट बिरादरी ने इसे एक स्मरणीय पल बनाने का हर संभव प्रयास किया है। टिम साउदी का खेल के प्रति समर्पण और प्रदर्शन ने उन्हें न केवल एक उत्कृष्ट क्रिकेटर के रूप में बल्की एक प्रेरक व्यक्ति के रूप में स्थापित किया है। उनके साथी खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए यह मैच एक भावनात्मक रोलर कोस्टर साबित हो रहा है।

आगे की चुनौती

आगे की चुनौती

इस रोमांचक उपलब्धि के बावजूद, साउदी और उनकी टीम के लिए मुकाबला खत्म नहीं हुआ है। अगली पारी में अन्य खिलाड़ियों का समर्थन महत्वपूर्ण होगा क्योंकि इस मैच के परिणाम से दोनों टीमों का अभ्यास और तैयारी में बिताया गया समय और मेहनत जुड़ा हुआ है। प्रशंसक भी उत्सुकतापूर्वक इंतजार कर रहे हैं कि टिम साउदी अपने इस विदाई टेस्ट में और कैसे कमाल करेंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि साउदी अपने आगामी अवसरों का क्या लाभ उठाते हैं और कैसा प्रदर्शन करते हैं।

6 टिप्पणि

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    Prabhat Tiwari

    दिसंबर 15, 2024 AT 01:34
    ये साउदी ने 98 छक्के लगाए? अरे भाई, ये सब इंग्लैंड के खिलाफ हुआ तो फिर भी ये बेवकूफ टीम ने उसे आजाद छोड़ दिया? ये गेंदबाजी तो बच्चों की खेल है... ये न्यूजीलैंड वाले तो अब टेस्ट में भी T20 खेल रहे हैं। क्रिस गेल के साथ बराबरी? बस एक बड़ा बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक बड़ा बदमाश है ये ऑस्ट्रेलिया का नियम बना दिया है कि गेंदबाज बल्लेबाज को नहीं रोक सकते।
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    Palak Agarwal

    दिसंबर 15, 2024 AT 14:08
    अच्छा लगा ये पारी। गेंदबाज होकर भी इतने छक्के लगाना... ये तो दिल को छू गया। टेस्ट क्रिकेट में ऐसा करना बहुत मुश्किल है। उसकी एक्सप्रेशन और बल्ले की उड़ान देखकर लगता है जैसे वो गेंद को नहीं, बल्कि हवा को मार रहा हो। बहुत अच्छा काम किया।
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    Paras Chauhan

    दिसंबर 17, 2024 AT 02:25
    इस पारी का असली अर्थ तो ये है कि क्रिकेट में भी भावनाएं और रचनात्मकता का स्थान है। 🎯 साउदी ने सिर्फ छक्के नहीं लगाए, बल्कि एक नए अर्थ को जन्म दिया - गेंदबाज के रूप में भी बल्लेबाजी का जादू हो सकता है। ये रिकॉर्ड अब तक के सभी रिकॉर्ड्स को चुनौती देता है। जब आप एक खिलाड़ी को अपने अंतिम मैच में ऐसा करते देखते हैं, तो आपको लगता है कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक कला है।
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    Jinit Parekh

    दिसंबर 18, 2024 AT 18:23
    हाँ, ये तो बस इंग्लैंड के खिलाफ हुआ, अगर भारत के खिलाफ होता तो ये सब नहीं होता। भारत के गेंदबाज इतने आसानी से छक्के नहीं देते। और ये साउदी का रिकॉर्ड? अरे भाई, अगर ये भारत में खेलता तो उसके छक्के तो सिर्फ नेटवर्क से बाहर निकल जाते। ये सब तो बस देश की कमजोरी है।
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    udit kumawat

    दिसंबर 19, 2024 AT 19:23
    ये छक्के लगाने का रिकॉर्ड... अच्छा है, लेकिन टेस्ट में इतने छक्के? ये तो खेल ही बिगाड़ देता है... गेंदबाज को नहीं रोक पाना, ये तो टीम के लिए खतरा है... बस एक बल्लेबाज के लिए अच्छा है, टीम के लिए नहीं। बहुत ज्यादा छक्के... बहुत ज्यादा...
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    Ankit Gupta7210

    दिसंबर 20, 2024 AT 07:11
    98 छक्के? बस एक और झूठ जो इंग्लैंड ने बनाया है। क्या आपने देखा कि उसकी पारी में कितने बाउंड्री थे? अगर उसने छक्के लगाए तो वो भी बहुत कम हैं... असली रिकॉर्ड तो भारत के खिलाफ बनता है। ये साउदी तो बस एक बेकार का बल्लेबाज है जिसने बार-बार बाउंड्री लगाकर बच गया। क्रिस गेल के साथ बराबरी? बस एक नाम बदल दिया गया है।

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