पीठ की चोट – क्या है, क्यों होती है और कैसे ठीक करें?
अगर आप अचानक कमर में दर्द या झटके जैसा महसूस करते हैं तो समझिए, आपके पीठ में कहीं चोट लगी हो सकती है। बहुत से लोग इसे हल्का मान कर डॉक्टर को नहीं दिखाते, लेकिन सही इलाज न मिलने पर समस्या बढ़ सकती है। इस लेख में हम सरल भाषा में बताएँगे कि चोट कैसे होती है, कौन‑से लक्षण देखें और घर पर क्या‑क्या उपाय कर सकते हैं।
पीठ की चोट के आम कारण
सबसे पहले बात करते हैं उन चीज़ों की जो अक्सर पीठ को नुकसान पहुंचाती हैं। भारी बोझ उठाते समय गलत पोजीशन, देर रात तक कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करना, अचानक झटके या गिरना—इन सब से मांसपेशियों में खिंचाव या रीढ़ की हड्डी के छोटे‑छोटे चोट लग सकते हैं। कई बार सर्दियों में ठंडी हवा और कमर पर सही सपोर्ट न मिलने से भी दर्द बढ़ जाता है। अगर आप रोज़ाना जिम में बहुत भारी वेट उठाते हैं तो सावधान रहें, हल्का वार्म‑अप करना जरूरी है।
घर पर आसानी से कर सकें उपाय
एक बार पीठ में चोट लग गई तो तुरंत आराम करें, लेकिन पूरी तरह लेटकर नहीं बैठना चाहिए। गर्म पानी की बोतल या इलेक्ट्रिक हीटर को दर्द वाले हिस्से पर 15‑20 मिनट तक रखें; यह रक्त संचार बढ़ाता है और मांसपेशियों को ढीला करता है। हल्की स्ट्रेचिंग भी मददगार होती है—जैसे घुटनों को मोड़कर बछड़े की तरह बैठना या हाथों से धड़ को धीरे‑धीरे आगे‑पीछे झुकाना। यदि दर्द बहुत तेज़ हो तो ओवर‑द-काउंटर पेनकिलर जैसे इबुप्रोफ़ेन ले सकते हैं, लेकिन डॉक्टर के निर्देश पर ही इस्तेमाल करें।
सिर्फ दर्द कम करने से काम नहीं चलता; रीढ़ की हड्डी को सही सपोर्ट देने वाले कुशन या एर्गोनोमिक चेयर का उपयोग करना चाहिए। जब आप सोते हैं तो मोटा तकिया न रखें, बल्कि एक पतला और मध्यम सॉफ़्टनेस वाला तकिया चुनें जिससे कमर प्राकृतिक वक्रता में रहे।
यदि दो‑तीन दिन के आराम से भी दर्द नहीं घट रहा है या आपको सुन्नता, झुनझुनी, पैरों में कमजोरी महसूस हो रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ। ये लक्षण रीढ़ की नसों पर दबाव का संकेत हो सकते हैं और देर करने से स्थायी नुकसान हो सकता है। डॉक्टर एमआरआई या एक्स‑रे कराकर सटीक कारण बताएगा और फिज़ियोथेरेपी, कस्टम ब्रेस या कभी‑कभी ऑपरेशन की जरूरत भी पड़ सकती है।
फिज़ियोथेरेपी के दौरान विशेषज्ञ आपके लिए खास व्यायाम तैयार करेंगे जो पीठ को मजबूत बनाते हैं और भविष्य में चोट से बचाते हैं। नियमित रूप से पेट और कमर की मसल्स को टोन करने वाले एक्सरसाइज़ जैसे प्लैंक, ब्रेस्ट‑अब्डॉमिन क्रंच या योगा की भुजंगासन आपके रीढ़ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
स्मार्टफोन या लैपटॉप का इस्तेमाल करते समय स्क्रीन को आंखों के स्तर पर रखें, ताकि झुक कर काम न करना पड़े। हर 30‑45 मिनट में एक बार खड़े हों और हल्की स्ट्रेच करें; इससे मांसपेशियों में जमा तनाव दूर होता है।
अंत में याद रखें—पीठ की चोट छोटी लग सकती है लेकिन अगर सही देखभाल नहीं करेंगे तो बड़ी समस्या बन जाती है। ऊपर बताए गए साधारण उपायों को रोज़मर्रा की आदत बना लें, दर्द कम होगा और आप फिर से सक्रिय जीवन जी पाएँगे। यदि कोई संदेह हो, तो बिना देर किए डॉक्टर से मिलें—आपकी रीढ़ आपके भविष्य का समर्थन करती है, इसलिए उसका ख़याल रखें।
जसप्रीत बुमराह की चोट की ताज़ा जानकारी: सिडनी टेस्ट में पीठ की स्कैनिंग के लिए अस्पताल में भर्ती
भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम टेस्ट के दौरान पीठ की चोट से जूझ रहे हैं। उन्होंने दूसरे दिन के खेल के दौरान पीठ में ऐंठन महसूस की, जिसके बाद वे मैदान छोड़कर अस्पताल गए। इस चोट को गंभीरता से लेते हुए उनकी वापसी को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। उनकी अनुपस्थिति भारतीय टीम के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।