केंद्रीय बजट 2025 – मुख्य बदलाव और आपका पैसों पर असर
भारत का वार्षिक बजट हर साल बड़ी चर्चा बन जाता है। लोग ये देखना चाहते हैं कि नई योजनाएँ, टैक्स में बदलाव और सरकारी खर्चे उनके रोज़मर्रा की जिंदगी को कैसे प्रभावित करेंगे। इस लेख में हम 2025 के केंद्रीय बजट के सबसे ज़रूरी बिंदुओं को सरल भाषा में समझाएंगे, ताकि आप तुरंत समझ सकें कि कौन‑सी चीज़ आपके लिये फायदेमंद या महंगी होगी।
बजट के मुख्य बिंदु
पहला बड़ा पॉइंट है इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव. 2025 में 5 लाख रुपये तक की आय पर कोई कर नहीं रहेगा, जबकि 10‑15 लाख की रेंज में अब 10% से 20% के बीच दरें लगेंगी। इसका मतलब है कि मिड‑क्लास परिवारों को थोड़ा राहत मिलेगी, लेकिन उच्च आय वाले वर्ग को अधिक टैक्स देना पड़ेगा।
दूसरा ध्यान देने वाला पॉइंट निवेश पर प्रोत्साहन. सरकार ने स्टॉक मार्केट में निवेश करने वालों के लिए 50% अतिरिक्त डिडक्टिबल रियायत दी है, जिससे शेयर बाजार में नई ऊर्जा आएगी। साथ ही, छोटे उद्यमियों को 30% तक का कर छूट मिलेगा अगर वे अपना पहला पाँच साल का टर्नओवर 2 करोड़ रुपये से कम रखें।
तीसरा बड़ा फैसला रोज़गार योजनाओं पर बढ़ोतरी है। प्रधानमंत्री रोजगार योजना (PMRY) को 20,000 करोड़ रुपए तक बढ़ाया गया है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में युवाओं के लिए नई नौकरियां बनेंगी। अगर आप नौकरी खोज रहे हैं या अपना खुद का स्टार्ट‑अप शुरू करना चाहते हैं, तो इस बजट की खबर आपके लिये खास होगी।
शेयर बाजार में तुरंत दिखने वाले बदलाव
बजट के बाद शेयर बाजार अक्सर दो‑तीन दिन में प्रतिक्रिया देता है। 2025 के बजट में बताया गया कि ऊर्जा, एफ़एमसीजी और बैंकिंग सेक्टर को प्राथमिकता मिलेगी। इसलिए इन इंडस्ट्रीज़ के शेयरों में शुरुआती ट्रेड में ऊपर की गति देखी गई। खासकर निफ़्टी 50 ने पहले दिन 0.4% बढ़त दिखायी, जबकि सेंसेक्स थोड़ा नीचे गया क्योंकि कुछ टेक कंपनियों के लिए टैक्स दरें बढ़ीं।
अगर आप निवेशक हैं तो इस बात को ध्यान में रखें: ऊर्जा सेक्टर (जैसे रिलायंस और ओएनजीसी) को नई सब्सिडी मिलने की संभावना है, जिससे उनके शेयरों का रिटर्न बेहतर हो सकता है। दूसरी ओर, कुछ विदेशी कंपनियों पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ने से उनका खर्चा बढ़ेगा, इसलिए उनपर सतर्क रहें।
एक और बात जो अक्सर भूल जाते हैं, वह है कंज़्युमर ट्रेंड्स. बजट में उपभोक्ता वस्तुओं पर टैक्स कम करने की घोषणा हुई है, जिससे किराने के सामान और रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो सकती हैं। इससे रिटेल सेक्टर को भी फायदा होगा, खासकर छोटे-छोटे स्टोर और ऑनलाइन मार्केटप्लेस को।
आखिर में यही कहा जा सकता है कि बजट सिर्फ सरकार का दस्तावेज़ नहीं, बल्कि हमारे जेब की रोज़मर्रा की योजना बनाता है। टैक्स में बदलाव, नई निवेश रियायतें और रोजगार के अवसर – इन सबको समझकर आप अपने वित्तीय लक्ष्य को तेज़ी से पा सकते हैं। इस लेख को पढ़ने के बाद आप बजट को सिर्फ खबर नहीं, बल्कि एक उपयोगी टूल मानेंगे जो आपके पैसे को सुरक्षित और बढ़ाने में मदद करेगा।
बिहार को बड़ा बजट बूस्ट: नितीश कुमार ने की सराहना, केंद्र ने दी वित्तीय मदद
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने केंद्रीय बजट 2024 का स्वागत किया, जिसमें बिहार के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय सहायता शामिल है। विशेष दर्जा न मिलने पर भी सरकार ने विभिन्न परियोजनाओं के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की। बजट में सड़कों और हाइवे, हवाई अड्डों और अन्य ढांचागत विकास के लिए 26,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है।