गणेश चतुर्थी 2025: तिथि, तैयारी और ताज़ा अपडेट
क्या आप जानते हैं कि इस साल गणेश चतुर्थी कब है? 2025 में यह उत्सव 15 सितंबर को मनाया जाएगा। अधिकांश लोग इसे दो‑तीन दिन पहले ही तैयारियों के साथ शुरू कर देते हैं – घर में मोरिंगा, फूल और मिठाई की खरीदारी से लेकर पंडाल बनाना तक सब कुछ तय होता है। अगर आप पहली बार इस फेस्टिवल का जश्न मना रहे हैं तो बस यह जानिए कि मुख्य तिथि पर भगवान गणेश की पूजा सुबह 6 बजे से शुरू होती है, फिर शाम को अमरावती में पारम्परिक विदाई यात्रा होती है।
पूजन के आसान कदम
पुजा में ज़्यादा झंझट नहीं चाहिए – सिर्फ कुछ बेसिक चीज़ें हों तो काफी है। सबसे पहले एक साफ‑सुथरा बर्तन या छोटी धूप का दीया रखें, फिर उसमें मोरिंगा (हवा) और नारियल के टुकड़े डालें। अगर आपके पास व्रत रख रहे हैं तो हल्दी, चंदन और गुलाब जल से मूर्ति को सजाएँ। इसके बाद आप अपने मनपसंद भजनों या आरती की ध्वनि में भगवान को अर्पित कर सकते हैं। यह प्रक्रिया लगभग 15‑20 मिनट की होती है, इसलिए अगर समय कम हो तो भी आराम से पूरा किया जा सकता है।
मुंबई और महाराष्ट्र में खास परेड
गणेश चतुर्थी के सबसे बड़े आकर्षण में से एक है भाव्य पंडाल परेड. मुंबई में हर साल लाखों लोग समुद्र तट पर इकट्ठा होते हैं, जहाँ बड़े‑बड़े पंडाल और झांकियां सड़कों को रंगीन बनाती हैं। इस साल भी कई लोकप्रिय कलाकार अपने खास गानों के साथ भाग लेंगे – जैसे कि आशा भास्कर की नई धुनें और डांस बैंड्स का धमाका। अगर आप भी भीड़ में शामिल होना चाहते हैं तो पहले से टिकट या पास ले लें, क्योंकि जगह सीमित होती है और जल्दी ही भर जाती है।
सिर्फ परेड नहीं, बल्कि कई स्थानीय संस्थाएँ सामाजिक कार्यों के लिए भी इस दिन का उपयोग करती हैं – जैसे गरीब बच्चों को मिठाई देना, वृद्धाश्रम में भोजन वितरण आदि। यह आपके घर से बाहर निकलने या ऑनलाइन दान करने का एक अच्छा मौका हो सकता है। छोटे‑छोटे कदम बड़े बदलाव ला सकते हैं और इससे उत्सव की असली भावना भी जीवित रहती है।
अगर आप दूर रहते हैं तो डिजिटल तरीके से भी भाग ले सकते हैं। कई न्यूज़ पोर्टल्स, जैसे dovs.in, इस दिन के लाइव कवरेज, वीडियो स्ट्रीम और विशेष लेख पेश करते हैं। बस “गणेश चतुर्थी” टैग पर क्लिक करें, आपको नवीनतम खबरें, तस्वीरें और उपयोगी टिप्स एक ही जगह मिलेंगे।
आखिर में याद रखिए – गणेश चतुर्थी सिर्फ़ पंडाल और मिठाइयों का त्योहार नहीं, बल्कि नई शुरुआत की भावना भी लाता है। चाहे आप घर पर हों या बाहर, इस अवसर को अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें, शुभकामनाएँ दें और खुशियों भरा माहौल बनाएं।
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