50 मीटर थ्रि पोजीशन क्या है? आसान समझ और शुरुआत
अगर आप शूटिंग में नई हैं या फिर अपने स्कोर को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो "50 मीटर थ्रि पोजीशन" एक महत्वपूर्ण इवेंट है। इसमें राइफल से 50 मीटर दूर रखे लक्ष्य पर तीन अलग‑अलग स्थितियों (प्रिसाईट, कूच और प्रोन) में शूट करना होता है। हर पोज़िशन की अपनी चुनौती होती है, इसलिए सही तकनीक और अभ्यास बहुत ज़रूरी हैं।
तीन पोजीशन की बेसिक जानकारी
पहला – प्रिसाईट (Standing): खड़े होकर लक्ष्य को देखना होता है, शरीर का संतुलन सबसे मुश्किल भाग है। कंधे और पैर दोनों को स्थिर रखना चाहिए, नहीं तो निशाना हिल जाएगा। दूसरा – कूच (Kneeling): एक घुटने को जमीन पर टिकाकर बाकी हिस्से को थोड़ा आगे झुकाते हैं। इस पोज़ में हाथ का सहारा बेहतर मिलता है, इसलिए सटीकता बढ़ती है। तीसरा – प्रोन (Prone): पूरी तरह लेट कर शूट करना होता है, सबसे स्थिर स्थिति मानी जाती है। यहाँ गन को पैरों के बीच या बूट पर रखकर लक्ष्य पर फोकस किया जाता है।
इन तीनों पोज़िशनों में हर एक सेट का क्रम निर्धारित रहता है और अक्सर 20‑30 शॉट्स की सीमा होती है। स्कोरिंग टेबल सीधे मारने वाले गोलियों को ज्यादा पॉइंट देती है, इसलिए प्रत्येक पोजीशन में निरंतरता बनाये रखना जरूरी है।
ट्रेनिंग और तैयारी के टिप्स
1. सही गन और कैलिबर चुनें: 50 मीटर राइफल आमतौर पर .22 लोरेम (5.6 mm) या 7.62 mm होती है। शुरुआती लोग हल्की, कम रीकोइल वाली राइफल से शुरू करें, जिससे कंट्रोल आसान रहे।
2. बॉडी पॉज़िशन का अभ्यास: घर में भी दीवार के खिलाफ खड़े होकर या कुर्सी पर बैठकर प्रिसाईट और कूच पोज़िशन की नकल कर सकते हैं। प्रत्येक पोज़िशन को 5‑10 मिनट तक दोहराएँ, ताकि मसल मेमोरी बन सके।
3. साइटिंग और ब्रीदिंग पर फोकस: शॉट लेने से पहले गहरी साँस लेकर धीरे‑धीरे रिलीज़ करें। लक्ष्य के केंद्र में सटीक एलाइनमेंट रखें, फिर ट्रिगर को हल्के से दबाएँ। अक्सर शुरुआती लोग बहुत तेज़ी से ट्रिगर खींचते हैं, जिससे निशाना हिल जाता है।
4. ड्राई फायर ड्रिल्स: बिना गोलियों के भी गन को लक्ष्य पर ले जाकर शूटिंग सिम्युलेट करें। इस तरीके से आप हर पोज़िशन में मसल टेंशन और स्थिरता का अभ्यास कर सकते हैं, बिना खर्चे के।
5. फिजिकल फिटनेस रखें: कूच और प्रोन पॉज़ीशन्स में घुटने, कमर और पीठ की लचीलापन महत्वपूर्ण है। योग या स्ट्रेचिंग से इन हिस्सों को मजबूत बनाएं, ताकि शूटिंग के दौरान थकान न हो।
6. स्पोर्ट्स साइकोलॉजी का उपयोग करें: लक्ष्य पर फोकस बनाए रखने के लिए छोटे विज़ुअलाइज़ेशन तकनीकों को अपनाएँ। प्रत्येक शॉट से पहले अपने आप से कहें, “मैं सही एलाइनमेंट बना रहा हूँ और शांत रहूँगा।” यह मनोवैज्ञानिक तैयारी स्कोर में बड़ा अंतर ला सकती है।
इन टिप्स को रोज़ाना 30‑45 मिनट की रूटीन बनाकर लागू करें। दो हफ़्ते बाद आप देखेंगे कि प्रिसाईट से लेकर प्रोन तक हर पोज़िशन में आपका स्थिरता और सटीकता दोनों बढ़ गई है।
अंत में याद रखें, 50 मीटर थ्रि पोजीशन सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि निरंतर अभ्यास, सही उपकरण और मानसिक संतुलन का मेल है। अगर आप इन तीनों को बराबर महत्व दें तो प्रतियोगिताओं में बेहतर परिणाम मिलना स्वाभाविक है। आगे बढ़ें, प्रैक्टिस करें और अपनी स्कोरिंग बोर्ड पर सुधार देखें!
पुणे के स्वप्निल कुसाले : 50 मीटर थ्री पोजीशन शूटिंग इवेंट में ओलंपिक फाइनल तक का सफर
स्वप्निल कुसाले ने ओलंपिक में 50 मीटर थ्री पोजीशन निशानेबाजी इवेंट के फाइनल में जगह बनाई है। पुणे के इस युवा निशानेबाज ने छठा स्थान प्राप्त कर 1176 अंकों के साथ सफलता हासिल की। उनकी सफलता भारतीय निशानेबाजी के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।