स्पेन ने जॉर्जिया को 4-1 से हराकर जर्मनी के खिलाफ क्वार्टर-फ़ाइनल में बनाई जगह

यूरो 2024 के अंतिम-16 मुकाबले में स्पेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जॉर्जिया को 4-1 से हराकर क्वार्टर-फाइनल में प्रवेश कर लिया। इस मुकाबले में उत्तेजना चरम पर थी जब जॉर्जिया ने 18वें मिनट में ही बढ़त बना ली थी। यह बढ़त स्पेन के डिफेंडर रॉबिन ले नॉर्मांद के आत्मगोल की वजह से आई, जिसने मैच को एक बिलकुल नया मोड़ दे दिया।

स्पेन ने अपनी लय बनाए रखी और आधे समय से सिर्फ छह मिनट पहले रोड्री के गोल की मदद से बराबरी हासिल की। इस गोल ने स्पेन को मैच में वापस लाने का काम किया और उनके खेल को एक नई ऊर्जा प्रदान की।

दूसरे हाफ में, स्पेन ने अपनी पकड़ मजबूत की और 51वें मिनट में फेबियन रुइज़ के हेडर की मदद से दूसरा गोल किया। इस गोल से स्पेन के खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ा और उनके खेल में और भी सुधार देखा गया। 60वें मिनट में निको विलियम्स ने तीसरा गोल दागा, जिससे जॉर्जिया की टीम पर दबाव और बढ़ गया।

स्पेन के कोच लुइस डी ला फुएंट ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया और उनके खिलाड़ियों की प्रशंसा की। कोच ने कहा कि उनकी टीम की स्पिरिट और कठिन परिस्थितियों में खुद को संभालने की क्षमता का प्रदर्शन शानदार था।

जॉर्जिया की उपलब्धियां

जॉर्जिया की टीम, जो विश्व रैंकिंग में 74वें स्थान पर है, ने इस टूर्नामेंट में असाधारण प्रदर्शन किया था। उन्होंने पोर्तुगाल जैसी मजबूत टीम को 2-0 से हराकर नॉकआउट चरण में प्रवेश किया था। जॉर्जिया के कोच विली सैगनोल ने भी अपनी टीम की प्रशंसा की और कहा कि उनके खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से यूरोपियन चैम्पियनशिप पहले ही जीत ली है।

जॉर्जिया के गोलकीपर जॉर्जि ममर्दश्विली इस टूर्नामेंट में सबसे बेहतरीन गोलकीपरों में से एक थे। उन्होंने कई अद्भुत सेव किए और अपनी टीम को मुकाबले में बनाए रखा।

महत्वपूर्ण खेल मोमेंट्स

महत्वपूर्ण खेल मोमेंट्स

स्पेन के 16 वर्षीय विंगर लमीन यामल के पास कई बार गोल करने के मौके आए, लेकिन वे उन्हें भुना नहीं पाए। जॉर्जिया की अटैकिंग जोड़ी ख्विचा क्वारत्स्खेलिया और जॉर्जस मिकाउताद्जे ने स्पेन के डिफेंस को कई बार चुनौती दी, लेकिन स्पेन की टीम का दबदबा अंततः कायम रहा।

स्पेन अब शुक्रवार को स्टुटगार्ट में क्वार्टर-फाइनल में जर्मनी के खिलाफ खेलेगा। यह मुकाबला 2008 यूरो के फाइनल की पुनरावृत्ति होगा, जिसमें स्पेन ने 1-0 से जीत हासिल की थी और अपने सुनहरे युग की शुरुआत की थी।

कोच लुइस डी ला फुएंट ने कहा कि उनकी टीम चौथी बार यूरोपीय चैंपियन बनने की कोशिश करेगी, और उनके खिलाड़ियों की तैयारियों को देखते हुए यह संभव भी लग रहा है।

स्पेन और जर्मनी के बीच होने वाला यह मुकाबला दर्शकों के लिए बेहद रोमांचक होने वाला है, क्योंकि दोनों टीमों के पास बेहतरीन खिलाड़ी और जबरदस्त रणनीतियाँ हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम यूरो 2024 के सेमीफाइनल में जगह बनाएगी।

13 टिप्पणि

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    udit kumawat

    जुलाई 3, 2024 AT 02:32

    स्पेन ने जीत ली, ठीक है। लेकिन जॉर्जिया का गोल तो बिल्कुल अनचाहा था, ये तो बस भाग्य था।

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    Ankit Gupta7210

    जुलाई 3, 2024 AT 05:37

    ये स्पेन वाले हमेशा ऐसे ही होते हैं, शुरुआत में गोल खा लेते हैं, फिर टेक्निकल फुटबॉल से दबा देते हैं। जर्मनी के खिलाफ भी ऐसा ही होगा, वो तो बस बातें करते हैं, असली टेंशन तो बाद में आएगी।

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    Drasti Patel

    जुलाई 3, 2024 AT 06:56

    यह टूर्नामेंट अब केवल खेल नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आत्मसम्मान का प्रश्न बन चुका है। स्पेन की टीम ने न केवल एक मैच जीता, बल्कि एक दर्शन दिखाया है-जिसमें अनुशासन, गतिशीलता और अटूट इच्छाशक्ति एक साथ बैठी है।

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    Shraddha Dalal

    जुलाई 3, 2024 AT 07:05

    जॉर्जिया का प्रदर्शन वास्तव में एक ऐतिहासिक घटना थी। एक ऐसी टीम जो विश्व रैंकिंग में 74वें स्थान पर थी, ने पोर्तुगाल को हराया और यूरो के नॉकआउट चरण में पहुंचा-ये अब एक सांस्कृतिक जागृति है। यह दर्शाता है कि फुटबॉल केवल आर्थिक संसाधनों का खेल नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और टीम स्पिरिट का खेल है।

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    mahak bansal

    जुलाई 4, 2024 AT 00:15

    लमीन यामल के लिए ये टूर्नामेंट बहुत महत्वपूर्ण होगा। उसकी गति और एंगल बहुत अच्छे थे, बस थोड़ा अंतिम फैसला ठीक हो जाए तो वो बड़ा नाम बन जाएगा।

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    Jasvir Singh

    जुलाई 4, 2024 AT 17:31

    जॉर्जि ममर्दश्विली का गोलकीपिंग तो बेहतरीन था। उन्होंने जो सेव किए वो विश्व स्तर के थे। उनकी तैयारी और शांति देखकर लगता है कि वो बस एक दिन बड़े लीग में आएंगे।

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    Yash FC

    जुलाई 5, 2024 AT 08:19

    अगर स्पेन जर्मनी को हरा देता है तो ये सिर्फ एक जीत नहीं होगी-ये एक नए युग की शुरुआत होगी। लेकिन याद रखें, जर्मनी की टीम के पास अभी भी बहुत ताकत है। ये मुकाबला दिमाग का होगा, न कि केवल पैरों का।

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    sandeep anu

    जुलाई 6, 2024 AT 07:46

    वाह भाई! स्पेन ने तो बिल्कुल जादू कर दिखाया! रोड्री का गोल देखकर तो मैं उठ खड़ा हुआ! अब जर्मनी को तो बस रोना है! ये टीम तो चैंपियनशिप जीतने के लिए बनी हुई है!

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    Shreya Ghimire

    जुलाई 6, 2024 AT 21:59

    इस सब के पीछे कोई गहरा राज़ है। जब जॉर्जिया का आत्मगोल हुआ, तो क्या आपने देखा कि उस दर्शक की आवाज़ कैसे बदल गई? और फिर रोड्री के गोल के बाद स्पेन के कोच की आंखों में वो भाव-वो बिल्कुल नियंत्रण का भाव था। ये सब तैयारी का हिस्सा है। ये नहीं कि बस बल लगाया गया, ये सारा एक योजना है। और अगर आप जानते हैं कि कौन इस टूर्नामेंट के पीछे खड़ा है, तो आप जान जाएंगे कि ये कोई खेल नहीं, बल्कि एक राजनीतिक दर्शन है।

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    Prasanna Pattankar

    जुलाई 7, 2024 AT 18:24

    4-1? अच्छा? जब आपका डिफेंस अपना खुद का गोल कर दे, तो बाकी सब तो बस रिपोर्टिंग है। रोड्री का गोल? बस एक अच्छा शॉट। जर्मनी के खिलाफ ये सब बेकार होगा। आप जानते हैं, ये स्पेन वाले बस बहुत बातें करते हैं, और जब दबाव आता है, तो वो गायब हो जाते हैं।

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    Bhupender Gour

    जुलाई 9, 2024 AT 16:07

    जॉर्जिया ने तो बहुत अच्छा खेला बस थोड़ा भाग्य नहीं मिला वरना अब तक जीत रहे होते। लमीन ने बहुत बार बॉल ले लिया लेकिन फाइनल शॉट नहीं मारा। अगला मैच देखना है जर्मनी के खिलाफ।

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    sri yadav

    जुलाई 10, 2024 AT 19:13

    स्पेन की जीत? बहुत बड़ी बात है। लेकिन ये जो लोग उन्हें जीतने वाली टीम बता रहे हैं, वो भूल रहे हैं कि ये टूर्नामेंट केवल एक फुटबॉल मैच नहीं, बल्कि एक निर्माण है-एक निर्माण जिसमें मीडिया, फैंस और राष्ट्रीय अहंकार का एक जटिल जाल शामिल है। जर्मनी के खिलाफ जीत तो बस एक और शॉट होगी, लेकिन ये टीम क्या असली ताकत रखती है? ये सवाल अभी तक खुला है।

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    Pushpendra Tripathi

    जुलाई 11, 2024 AT 11:43

    ये जॉर्जिया वालों का दबाव तो बहुत अच्छा था, लेकिन फिर भी वो बाहर हो गए। ये देखकर लगता है कि ये टीम बस एक अस्थायी चमक थी। लेकिन जो लोग उन्हें गर्व की बात बता रहे हैं, वो अपने अहंकार को छिपा रहे हैं। जर्मनी के खिलाफ स्पेन तो बस एक और बार अपनी टेक्निकल जादू दिखाएगा।

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