रूस पर यूक्रेन ने किया अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला: मास्को के पास हमले से भारी तबाही
रूस पर रातभर यूक्रेनी ड्रोन हमला: मास्को के पास हुआ भयंकर तबाही
रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन द्वारा रातभर में किए गए एक विशाल ड्रोन हमले की जानकारी दी है। इस हमले ने विभिन्न रूसी क्षेत्रों में भारी तबाही मचा दी है। रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में 140 से अधिक ड्रोन शामिल थे, जो रूसी क्षेत्र पर अब तक का सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है। यह हमला यूक्रेन पर रूसी सेनाओं के आक्रमण के बाद से सबसे व्यापक था।
इस हमले में मास्को के पास स्थित रामेंस्कॉय नगर में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई है और तीन अन्य घायल हो गए हैं। ड्रोन हमले ने दो बहुमंजिला आवासीय इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे वहां आग लग गई। इसके अलावा, पांच और आवासीय भवनों को भी ड्रोन के मलबे के गिरने के कारण खाली कराना पड़ा।
मास्को के मेयर का बयान
मास्को के मेयर, सर्गी सोबयानिन ने बताया कि मास्को की ओर बढ़ रहे दर्ज़नों ड्रोन को शहर की हवाई सुरक्षा प्रणाली ने मार गिराया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उन्होंने 144 यूक्रेनी ड्रोन को नौ रूसी क्षेत्रों में 'रोका और नष्ट किया', जिसमें यूक्रेन की सीमा से सटे हुए क्षेत्र और रूस के अंदरूनी क्षेत्र भी शामिल हैं।
पिछले हमलों का सिलसिला
यह हमला 1 सितंबर को हुए एक और बड़े ड्रोन हमले के बाद हुआ है, जिसमें रूसी सेना ने दर्जन भर क्षेत्रीय ड्रोन को रोका और 158 यूक्रेनी ड्रोन को नष्ट किया। रूसी जाँच समिति ने इस घटना को 'आतंक हमला' करार देकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
युद्ध के प्रभाव
यूक्रेन और रूस के बीच यह युद्ध निरंतर गंभीरता से बढ़ता जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस युद्ध में अब तक 10,000 से अधिक नागरिकों की जान जा चुकी है। यूक्रेन ने घरेलू ड्रोन उत्पादन में भारी निवेश किया है, ताकि रूसी आक्रामण के खिलाफ इसके प्रयोग से रूसी सेना और समाज को बाधित किया जा सके।
युद्ध का सबसे अधिक प्रभाव पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क क्षेत्र में देखा जा रहा है, जहां दोनों पक्ष महत्वपूर्ण रणनीतिक नगरों के लिए लड़ रहे हैं। हाल ही में, यूक्रेन ने रूस के कूर्स्क सीमा क्षेत्र में भी एक आक्रमण किया, जिससे तनाव और बढ़ गया है।
निष्कर्ष:
यह हमला रूस-यूक्रेन युद्ध के तीव्रताओं को दर्शाता है। यूक्रेन की ओर से ड्रोन का व्यापक प्रयोग दिखाता है कि युद्ध की दिशा में नया मोड़ ले रहा है। यह देखना जरूरी है कि आने वाले समय में यह स्थिति किस प्रकार विकासित होगी और क्या संभवतः कोई शांति समझौता संभव होगा या नहीं।
Abhilash Tiwari
सितंबर 11, 2024 AT 15:09Anmol Madan
सितंबर 12, 2024 AT 01:50Shweta Agrawal
सितंबर 13, 2024 AT 11:59raman yadav
सितंबर 15, 2024 AT 07:22Ajay Kumar
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सितंबर 16, 2024 AT 17:38Hemanth Kumar
सितंबर 18, 2024 AT 01:05