PM नरेंद्र मोदी शपथ समारोह लाइव अपडेट्स: मोदी तीसरे कार्यकाल के लिए लेंगे शपथ

प्रधानमंत्री तीसरे कार्यकाल के लिए लेंगे शपथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक ऐतिहासिक पल का हिस्सा बनने जा रहे हैं जब वे तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे। यह समारोह दिल्ली के राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगा और समय शाम 7:15 बजे निर्धारित है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। यह एक महत्वपूर्ण घटना है जो भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण रूप से देखी जा रही है।

दुनियाभर के नेता होंगे उपस्थित

मोदी के शपथ समारोह में कई विदेशी गणमान्य व्यक्ति भी शामिल होंगे। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ु, सेशेल्स के उप-राष्ट्रपति अहमद अफ़ीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रवींद कुमार जुग्नौथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोब्गे इस समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। यह सभी नेता भारतीय महासागर क्षेत्र और पड़ोसी देशों के प्रमुख हैं और इनके यहाँ आने से संबंध और मज़बूत होंगे।

NDA की मजबूत जीत

देश की बागडोर संभालने के पीछे मोदी की पार्टी, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने लोकसभा चुनाव 2024 में शानदार सफलता हासिल की। NDA ने कुल 543 सीटों में से 293 सीटें जीतकर बहुमत प्राप्त किया। इसके बाद NDA संसदीय दल ने सर्वसम्मति से नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना। यह जीत मोदी के नेतृत्व पर जनता के विश्वास का प्रतीक है और उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों की सराहना भी की जा रही है।

प्रमुख स्थानों पर किया सम्मान अर्पण

शपथ ग्रहण समारोह से पहले नरेंद्र मोदी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक 'सदैव अटल' पर भी श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा, वे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को भी नमन किया। प्रधानमंत्री के इस कदम से यह संदेश जाता है कि वे देश के महान नेताओं और शहीदों के योगदान को हमेशा याद रखते हैं।

18वीं लोकसभा का पहला सत्र

नई सरकार के गठन के बाद 18वीं लोकसभा का पहला सत्र जून के तीसरे सप्ताह में शुरू होगा। सत्र की शुरुआत में नए सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी, जिसमें दो दिन लगेंगे। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इस सत्र के उद्घाटन के मौके पर राष्ट्रपति, लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करेंगे।

प्रथम शपथ समारोह की तैयारियां

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इसके कारण 8, 15, और 22 जून को राष्ट्रपति भवन में नागरिक प्रशासन के सदस्यों के लिए परिवर्तन गार्ड समारोह नहीं होगा। इसे शपथ ग्रहण समारोह और फिर संसद के संयुक्त अधिवेशन की तैयारी के लिए रद्द किया गया है।

6 टिप्पणि

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    Chirag Yadav

    जून 10, 2024 AT 11:37

    अरे भाई, आज तो देश का एक ऐतिहासिक दिन है! मोदी जी का तीसरा कार्यकाल न सिर्फ एक नेतृत्व का जारी रहना है, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। मैंने देखा कि भूटान और मालदीव के नेता भी आए हैं - ये सब दिखाता है कि भारत अब सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक और राजनीतिक केंद्र बन गया है। गांधी और अटल जी के स्मारक पर श्रद्धांजलि देखकर आंखें भर आईं। इस तरह के संकेत बहुत जरूरी हैं।

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    Shakti Fast

    जून 12, 2024 AT 00:10

    वाह! ये सब देखकर लग रहा है जैसे देश की धूल उड़ रही है - नए सपने, नए रास्ते, नए विश्वास के साथ। मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमारा शपथ समारोह इतना सुंदर और गहरा हो सकता है। गांधी जी के पास जाना, शहीदों को नमन करना - ये सब दिल को छू जाता है। अब बस यही उम्मीद है कि ये भावनाएं राजनीति में बदल जाएं।

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    saurabh vishwakarma

    जून 12, 2024 AT 08:00

    अरे यार, ये सब नाटक है! बस फोटो खींचवा रहे हैं, विदेशी नेताओं को बुलाकर बड़ा बन रहे हैं। जब तक गाँवों में बिजली नहीं चलेगी, जब तक बच्चे नहीं पढ़ पाएंगे, तब तक ये सब नाटक है। क्या तुम्हें लगता है कि ये शपथ लेने वाले वाकई देश के लिए काम करेंगे? या फिर अपनी बार-बार फोटो के लिए?

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    MANJUNATH JOGI

    जून 13, 2024 AT 19:43

    इस शपथ समारोह का संदेश बहुत गहरा है - भारत का सांस्कृतिक और राजनीतिक विस्तार अब एशिया के भीतर एक नए स्तर पर पहुंच गया है। NDA की जीत एक जनतांत्रिक अभियान थी, जिसने न केवल चुनावी जीत दर्ज की, बल्कि एक नए राष्ट्रीय आत्मविश्वास को जन्म दिया। विदेशी नेताओं की उपस्थिति इसकी प्रामाणिकता का सबूत है - ये सिर्फ डिप्लोमेसी नहीं, बल्कि एक भारतीय मूल्यों का वैश्विक स्वीकार है। अब ये सत्र भी देश के विकास के लिए एक नई दिशा तय करेगा।

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    Sharad Karande

    जून 15, 2024 AT 04:02

    18वीं लोकसभा के पहले सत्र के लिए तैयारी बहुत व्यवस्थित है। लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव और राष्ट्रपति का संबोधन दोनों ही विधायिका के लिए एक महत्वपूर्ण नीतिगत घटना हैं। विशेष रूप से, जब विकास के लिए निवेश और नीतिगत स्थिरता की आवश्यकता होती है, तो एक संयुक्त अधिवेशन एक व्यवस्थित अनुक्रम का हिस्सा है। राष्ट्रपति भवन की व्यवस्थाएं भी इसी तरह की लंबी अवधि के लिए डिज़ाइन की गई हैं - जैसे नागरिक प्रशासन के गार्ड समारोह को स्थगित करना।

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    Sagar Jadav

    जून 15, 2024 AT 13:18

    शपथ लेना आसान है, वादा पूरा करना मुश्किल है।

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