मलयालम अभिनेता सिद्दीकी का AMMA महासचिव पद से इस्तीफा: यौन उत्पीड़न के आरोप के बाद

मलयालम अभिनेता सिद्दीकी ने AMMA महासचिव पद से इस्तीफा दिया

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक बार फिर से हलचल मच गई है। यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के बाद मशहूर अभिनेता सिद्दीकी ने एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट्स (AMMA) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। सिद्दीकी पर यह आरोप एक महिला अभिनेता ने लगाए हैं, जिसने अपनी पहचान को कभी सार्वजनिक नहीं किया लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में उसे रेवथी संपथ का नाम दिया गया है।

महिला अभिनेता का आरोप

उन्होंने आरोप लगाया है कि सिद्दीकी ने उसे 2016 में एक फिल्म प्रोजेक्ट की चर्चा के बहाने होटल में बुलाया था। लेकिन वह प्रोजेक्ट वास्तव में नहीं था और वहाँ पर सिद्दीकी ने उसका यौन उत्पीड़न किया। वह उस समय 21 वर्ष की थी। उन्होंने इस घटना के कारण मानसिक और शारीरिक परेशानी का सामना किया।

इस्तीफा और प्रतिक्रिया

इस्तीफा और प्रतिक्रिया

सिद्दीकी ने AMMA के अध्यक्ष मोहनलाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया और कहा कि ऐसे गंभीर आरोपों के होते हुए उनके लिए पद पर बने रहना अनुचित है। इस फैसले का स्वागत AMMA के कई सदस्यों ने भी किया। उपाध्यक्ष जयन चेरथला और अभिनेता अनुप चंद्रन ने भी इस निर्णय का समर्थन किया। अभिनेत्री माला पार्वती ने सिद्दीकी के इस्तीफे को 'नैतिक और सही' कहा।

न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट

इस इस्तीफे का सीधा संबंध हाल ही में जारी न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट से है। रिपोर्ट में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न और शोषण की व्यापकता को उजागर किया गया है। रिपोर्ट में भी 'कास्टिंग काउच' और अन्य शोषणात्मक प्रथाओं का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के निष्कर्षों ने उद्योग पर गंभीर आलोचनाएँ और कार्रवाई की मांगें उठाई हैं।

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में प्रतिक्रियाएँ

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में प्रतिक्रियाएँ

सिद्दीकी के इस्तीफे को मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। यह मामला केवल सिद्दीकी तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसने पूरे उद्योग को हिला दिया है। इंडस्ट्री के अन्य सदस्यों और कलाकारों ने भी इस पर अपने विचार साझा किए हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।

इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि यौन उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है जहाँ उन्हें आरोपों का सामना करने और सुधार की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है।

12 टिप्पणि

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    udit kumawat

    अगस्त 27, 2024 AT 14:58
    ये सब बस धोखा है। एक आरोप, एक इस्तीफा... और फिर क्या? कोई जाँच नहीं, कोई अदालत नहीं। बस नाम छुपा लिया गया।
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    Paras Chauhan

    अगस्त 29, 2024 AT 10:35
    इस तरह के मामलों में इस्तीफा अक्सर एक रणनीति होती है, न कि एक नैतिक चयन। लेकिन अगर यह उसे अपने आप को जवाबदेह बनाने की ओर ले जाता है, तो शायद यह एक छोटा सा बदलाव है। 🤔
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    Shraddha Dalal

    अगस्त 29, 2024 AT 17:21
    मलयालम सिनेमा में यौन उत्पीड़न का मुद्दा दशकों से अनदेखा किया जा रहा है। न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट एक विस्फोट थी, लेकिन अब इसे नियमों में बदलना होगा-कास्टिंग काउच के खिलाफ एक स्वतंत्र शिकायत प्रणाली, जिम्मेदार निर्माताओं का डेटाबेस, और अभिनेत्रियों के लिए सुरक्षित शूटिंग प्रोटोकॉल। यह बात नहीं है कि कौन इस्तीफा दे रहा है, बल्कि यह है कि कौन बदल रहा है।
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    Jasvir Singh

    अगस्त 30, 2024 AT 19:30
    इस लड़की ने जो किया, वो बहुत बहादुरी का काम है। अकेले खड़े होकर एक पूरे उद्योग के खिलाफ बोलना... मैं उसके लिए श्रद्धांजलि देता हूँ।
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    sandeep anu

    अगस्त 30, 2024 AT 20:25
    इस देश में अगर एक आदमी यौन उत्पीड़न का आरोप लगता है तो उसका नाम फेसबुक पर ट्रेंड कर जाता है... लेकिन जब एक लड़की बोलती है तो उसे बताया जाता है 'तुम्हारी भावनाएँ गलत हैं'। ये दोहरा मानक बेहद बदसूरत है।
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    Jinit Parekh

    सितंबर 1, 2024 AT 07:21
    हर कोई बोल रहा है 'अब बदलाव आएगा'... पर ये तो सिर्फ एक और नाटक है। हमारे यहाँ तो अभिनेता को भगवान माना जाता है। इस्तीफा देकर वो बच गया, अब लड़की को निशाना बनाया जाएगा।
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    Shreya Ghimire

    सितंबर 1, 2024 AT 13:53
    ये सब एक बड़ी साजिश है। देखो, ये लड़की जिसका नाम रेवथी संपथ बताया जा रहा है, वो एक विदेशी निवासी है जिसने कभी मलयालम फिल्मों में काम नहीं किया। इसके पीछे कोई विदेशी संगठन है जो भारतीय संस्कृति को बदलना चाहता है। इस्तीफा देना भी उनकी योजना का हिस्सा है। ये नहीं चलेगा।
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    Yash FC

    सितंबर 3, 2024 AT 00:18
    हर एक आरोप अपने आप में एक चेतावनी है। शायद सिद्दीकी ने इस्तीफा दिया क्योंकि उसे लगा कि वो अपने आप को बचा रहा है... लेकिन अगर वो वास्तव में अपराधी है, तो ये इस्तीफा उसके लिए एक अवसर है-अपने अतीत को स्वीकार करने का। और अगर वो निर्दोष है, तो उसे न्याय के लिए लड़ना चाहिए। लेकिन बिना सुने फैसला करना भी गलत है।
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    mahak bansal

    सितंबर 3, 2024 AT 09:52
    मैंने इस बारे में सोचा है कि क्या हम सच में उद्योग को बदल सकते हैं या बस एक आदमी को बाहर निकालकर खुश हो जाते हैं? एक नियम बनाना आसान है, लेकिन एक संस्कृति बदलना... वो तो दूसरी कहानी है।
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    Prasanna Pattankar

    सितंबर 3, 2024 AT 13:11
    ओह तो अब इस्तीफा देना एक नैतिक विजय है? बहुत बढ़िया। तो अब जब भी कोई बदमाश इस्तीफा दे दे, हम उसे नैतिक नायक बना देंगे? ये तो बस एक शानदार फर्जीवाड़ा है। जिस तरह से वो बोल रहा है, वो जानता है कि वो गलत है। बस अब वो बचने की कोशिश कर रहा है।
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    Ankit Gupta7210

    सितंबर 5, 2024 AT 01:14
    क्या आप लोग इतने भोले हैं कि इसे असली समझ रहे हैं? ये सब फिल्मी नाटक है। जिस लड़की ने आरोप लगाया वो अभी तक किसी फिल्म में नहीं आई... तो फिर ये सब क्यों? शायद उसका कोई बैंक लोन बकाया है या फिर वो फेमस होना चाहती है।
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    Drasti Patel

    सितंबर 6, 2024 AT 03:27
    यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति के बारे में नहीं है। यह भारतीय संस्कृति के अंदर छिपे विषाक्त पुरुषत्व के बारे में है। एक निर्माता एक अभिनेत्री को बुलाता है, एक निर्देशक उसे अकेला छोड़ देता है, एक अधिकारी उसकी शिकायत को नज़रअंदाज़ कर देता है। यह एक प्रणाली है। और अब, जब इस प्रणाली के एक टुकड़े ने इस्तीफा दे दिया है, तो आप सोचते हैं कि समाधान हो गया? नहीं। अब आपको पूरी प्रणाली को तोड़ना होगा। और यह आपको नहीं, आपके बेटे को करना होगा।

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