जुलाना चुनाव 2024: विनेश फोगाट की राजनीतिक जीत की काट और खाई
जुलाना चुनाव 2024: संयोजन और संघर्ष का दृश्य
हरियाणा के जुलाना निर्वाचन क्षेत्र के विधानसभा चुनाव 2024 में एक शानदार राजनीतिक मुठभेड़ देखने को मिली, जहाँ ओलंपिक पहलवान और कांग्रेस की प्रत्याशी विनेश फोगाट अपनी किस्मत आजमा रही हैं। इन्हें भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व भारतीय सेना के कप्तान योगेश बैरागी के खिलाफ जूझना पड़ रहा है। वर्तमान समय में जुलाना निर्वाचन क्षेत्र 75% की मतदान प्रक्रिया से गुजरा है, जो कि एक उच्च प्रतिशत है। यह चुनावी लड़ाई न केवल क्षेत्र की जनसंख्या के लिए बल्कि राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी ध्यानाकर्षक रही।
विनेश फोगाट का पहला चुनावी अनुभव
विनेश फोगाट का यह पहला राजनीतिक अभियान है, जिसे उन्होंने 2024 के पेरिस ओलंपिक्स के बाद शुरू किया। एक समय था जब सभी को लगा कि फोगाट अपनी खेलों की योग्यता को राजनीति में बदलने में सफल होंगी। शुरुआत में उन्होंने अग्रिम बढ़त बना ली थी और उनके समर्थक आशान्वित थे कि विनेश आसानी से जीत की ओर बढ़ेंगी। परंतु राजनीति एक बिल्कुल अलग खेल है, जिसमें ओलंपिक के मुकाबले कहीं अधिक अनिश्चितता होती है।
मौजूदा नतीजे और उनके संकेत
यद्यपि प्रारंभिक दौरों में फोगाट ने बढ़त बनाई थी, लेकिन जैसे-जैसे counting आगे बढ़ी, बैरागी ने उन्हें पीछे छोड़ दिया। अब तक के पांच दौर की गिनती के बाद, परिणाम दिलचस्प मोड़ ले चुका है। बैरागी ने 22,211 वोटों के साथ आगे बढ़ते हुए, जबकि फोगाट ने 20,794 वोट प्राप्त किए। यह लड़ाई करीबी होती जा रही है और इस पर पूरा देश आँखें गड़ाए हुए है। दोनों पक्षों के समर्थक अपने-अपने उम्मीदवार की विजय की उम्मीद कर रहे हैं।
जुलाना का राजनीतिक परिदृश्य
जुलाना इलाका हमेशा से हरियाणा की राजनीति का अहम हिस्सा रहा है। यहां पहले भारतीय राष्ट्रिय लोकदल (आईएनएलडी) का दबदबा रहा, जो 2009 से 2019 तक सत्ता में थी। फिर जनता जनता पार्टी (जेजेपी) के अमरजीत ढांडा ने 2019 में जीत दर्ज की। मौजूदा विधायक अमरजीत ढांडा फिर से सीट की दौड़ में हैं, अपने स्थान को बनाए रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं। इसी के साथ आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी कविता दलाल, जो पूर्व WWE खिलाड़ी हैं, भी चुनावी मैच में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं।
राजनीतिक संतुलन की नियति
इस बार का चुनाव खास इसलिए भी है क्योंकि यह निर्दलीय खिलाड़ियों के प्रयास को दर्शाता है, जो पहले ग्राउंड पर थे, लेकिन अब राजनीतिक मंच पर मुकाबला कर रहे हैं। विनेश फोगाट की कहानी भी यही है। उनके समर्थक उनकी खेल के इस नए स्तर पर भी सफलता की उम्मीद कर रहे हैं। इस चुनाव से जुड़े हर पहलू ने दिखा दिया है कि राजनीति में और खासकर जनसंख्या के दृष्टिकोण से जुलाना अब एक बदलाव के मोड़ पर खड़ा है।
फाइनल परिणति की प्रतीक्षा
जैसे-जैसे परिणाम आने वाले हैं, अनुमान लगाया जा रहा है कि यह चुनाव जुलाना के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। यह केवल किसी एक व्यक्ति की जीत नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक समर्पण और लोगों की उम्मीदों की जीत होगी। किसी भी क्षेत्र में, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि जनता की आवाज को सही प्लेटफॉर्म मिले। आखिरकार, हमें देखते रहना होगा कि यह कहानी किस दिशा में जाती है। चुनाव परिणाम का अंतिम रुझान जन प्रतिनिधित्व की दिशा में किस संकेतक के रूप में स्थापित होता है और कैसे जनता अपने फैसले को देखती है।
udit kumawat
अक्तूबर 8, 2024 AT 21:24Drasti Patel
अक्तूबर 9, 2024 AT 04:04Shraddha Dalal
अक्तूबर 11, 2024 AT 01:09mahak bansal
अक्तूबर 12, 2024 AT 18:46Jasvir Singh
अक्तूबर 14, 2024 AT 16:24sandeep anu
अक्तूबर 15, 2024 AT 10:19Shreya Ghimire
अक्तूबर 16, 2024 AT 10:33Prasanna Pattankar
अक्तूबर 17, 2024 AT 16:12Bhupender Gour
अक्तूबर 17, 2024 AT 20:35sri yadav
अक्तूबर 19, 2024 AT 19:48Pushpendra Tripathi
अक्तूबर 20, 2024 AT 13:19