हर्मनप्रीत कौर की भारत महिला बनाम ऑस्ट्रेलिया महिला - दूसरा ODI कौन जीतेगा?

जब हर्मनप्रीत कौर ने भारत महिला क्रिकेट टीम का कप्तानत्व संभाला, तो उनका लक्ष्य साफ़ था – ऑस्ट्रेलिया को बराबर करने के लिए दुगुना प्रयास करना। इंडिया महिला क्रिकेट के इस द्वितीय वनडे का मुकाबला बुधवार, 17 सितंबर 2025 को दोपहर 1:30 बजे (IST) मैहराजा यादविंद्र सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, मुलेनपुर (न्यू चेन्नई), पंजाब में होगा। यह सिर्फ एक सीरीज़ का दूसरा मैच नहीं, बल्कि 30 सितंबर से शुरू होने वाले ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की अंतिम तैयारियों का बड़ा कदम है।

पहला ODI: संक्षिप्त समीक्षा

पहला मुकाबला रविवार, 15 सितंबर को इसी पिच पर ही खेला गया। भारत ने 281/7 बनाकर बहादुरी दिखाई — प्रतिका रावल ने 64 रन, स्मृति मोहना ने 58 और हरलीन देओल ने 54 रन का योगदान दिया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 35 गेंदों से अधिक बचत में लक्ष्य हासिल कर ली।

ऑस्ट्रेलिया की जीत में फ़ोबी लिचफ़ील्ड (88), बेथ मूऩी (77*) और एनाबेल सरकंडन (54*) के धमाकेदार अर्द्धशतक प्रमुख रहे। इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज़ 1‑0 की बढ़त पकड़ ली।

दूसरे ODI के प्रमुख खिलाड़ी

भारी दबाव के बीच भारत में हर्मनप्रीत कौर की बॉलिंग और खिलाड़ी‑कौशल दोनों की जरूरत है। उनकी स्पिन और फील्डिंग का संतुलन टीम को चटकनियों से बचा सकता है। ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से, फ़ोबी लिचफ़ील्ड के धुंधले पिच पर भी तेज़ी से स्कोर करने की क्षमता, और बेथ मूऩी की निरंतर ताल्लुक (ऑफ़‑स्टैंड) अब तक के सबसे भरोसेमंद बैटिंग पैर में से एक है।

यदि भारत अपने मध्य‑क्रम के बॉलर जैसे मेघा शुट्ट को सही लफ़्ज़ में उपयोग कर सके, तो ऑस्ट्रेलिया को बाधित करना संभव है। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया की तेज़ी से चलने वाली पेसिंग यूनिट, विशेष रूप से फ़्रेंचिस हार्बर (काल्पनिक) की शुरुआती पिच में स़ीऱ कौन कैसी मदद करेगी, यह अनिश्चित है।

पिच और स्थितियों की झलक

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, मैहराजा यादविंद्र सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की पिच "फ्लैट और तेज़" मानी जाती है। छोटे बाउंड्रीज़ (लगभग 65 मीटर) इसे हाई‑स्कोरिंग मैच बनाते हैं। शुरुआती ओवरों में नई गेंद के साथ नयी गति और हल्की सी स्विंग मिलती है, जिससे तेज़ी वाले बॉलरों को शुरुआती विकी लेने का मौका मिलता है। जैसे‑जैसे ओवर्स बीतते हैं, स्पिनर्स को भी मज़ा आने लगता है।

इस मौसम में शाम को हल्का कुहासा भी हो सकता है, जो स्विंग को बढ़ा सकता है। दर्शकों ने बताया कि स्टेडियम में अब तक की सबसे ऊँची रोशनियों में से एक है, जिससे रात के मैचों में भी दर्शकों को साफ़ दृश्य मिलता है।

विश्लेषकों की भविष्यवाणी

विश्लेषकों की भविष्यवाणी

क्रिकेट टाइम्स की तुलना‑विश्लेषण में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया पहले टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने की संभावना 70% से अधिक है। अगर वे 80‑90 रन के पावर‑प्ले से शुरू करते हैं, तो 290‑300 के लक्ष्य के साथ जीत पक्की हो सकती है। भारत की ताकत उनके बैटिंग लाइन‑अप में है, लेकिन उन्हें शुरुआती ओवरों में विकेट लेना आवश्यक होगा।

एक स्थानीय विशेषज्ञ ने नोट किया: "अगर भारत शुरुआती 10 ओवरों में 50‑60 रन पर रोक लेती है, तो ऑस्ट्रेलिया के लिए 250‑260 का लक्ष्य बनता है, जो आज‑कल की ODI में काफी कठिन माना जाता है।" इसी कारण से कई आँकड़े दर्शाते हैं कि टॉस जीतने वाले टीम की जीत की संभावना 60‑65% के करीब है।

आगे की राह और विश्व कप तैयारी

दोनों टीमें इस सीरीज़ को "दुर्लभ प्री‑वर्ल्ड‑कप ड्रिल" मान रही हैं। भारत ने इस साल 11 में से 9 ODI जीत ली हैं, जिससे उनका confidence हाई है, लेकिन पहली मैच में बैटिंग में गिरावट देखी गई। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया, जो इस साल की विश्व कप धारी रक्षक है, अपने जीतने के रूटीन को परखना चाहती है।

यदि भारत इस दूसरे मैच में सीरीज़ बराबर कर लेती है, तो उनका मनोबल बढ़ेगा और वे अंतिम विश्व कप में एक "जीत‑का‑फॉर्म" दिखा पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैच एक "दबाव‑कमाने" वाला अवसर है, जिससे वे अपने शीर्ष‑ऑफ़‑स्टैंडरों को फिर से सटीक फॉर्म में ला सकेंगे।

आम प्रश्न

भारत महिला टीम को इस मैच से क्या फायदा हो सकता है?

यदि टीम इस मैच में जीतती है तो सीरीज़ बराबर हो जाएगी, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। साथ ही, विकेट‑लेने की रणनीति को परखने का मौका मिलेगा, जो विश्व कप के दौरान उपयोगी सिद्ध हो सकता है।

ऑस्ट्रेलिया महिला टीम इस मैच में कौन सी कमजोरी दिखा सकती है?

ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग लाइन‑अप ने पहली मैच में तेज़ बॉलरों का बड़ा असर नहीं दिखाया। यदि भारत शुरुआती ओवरों में 2‑3 विकेट ले लेता है, तो उनके तेज़ रन‑रेट को रोकना आसान हो सकता है।

पिच की स्थितियों से कौन-से खिलाड़ी लाभान्वित होते हैं?

छोटे बाउंड्रीज़ और तेज़ पिच से तेज़ बॉलरों जैसे फ़्रेंचिस हार्बर (काल्पनिक) को शुरुआती ओवरों में विकेट लेने में मदद मिलती है, जबकि स्पिनर्स को देर‑बाद लाभ मिलता है।

विश्व कप 2025 की तैयारी में यह श्रृंखला क्यों महत्वपूर्ण है?

दोनों टीमें विश्व कप में प्रवेश करने से ठीक दो हफ़्ते पहले इस श्रृंखला को अपनी फॉर्म, फील्डिंग डिवीजन और टैक्टिकल प्लान को अंतिम रूप देने के लिए इस्तेमाल कर रही हैं। जीत‑हार दोनों ही टीमों के मनोबल को सीधे प्रभावित करेगी।

1 Comment

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    abhinav gupta

    अक्तूबर 12, 2025 AT 22:33

    अच्छा, भारत ने 281 बनाकर भी जीत नहीं पा रहा, जैसे ऑस्ट्रेलिया ने किचन में हल्दी नहीं घुली।

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